मौके से वह तथ्य संबंधी जानकारी एवम् साक्ष्य इकट्ठा करने का प्रयास करती है एवम् यह जानने का प्रयास करती है कि अपराध किन परिस्थितियों मे घटा है। इस प्रक्रिया के अन्तर्गत वह संदिग्ध व्यक्तियो से बिना गिरफ्तार किये भी पूछताछ कर सकती है अथवा उन्हे गिरफ्तार भी कर सकती है।